छत्तीसगढ़ के सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरीशकांत पांडे पद से हटा दिए गए हैं। इसे लेकर मंगलवार की शाम उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से एक आदेश भी जारी कर दिया गया। छत्तीसगढ़ शासन के उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव के आदेश से एक लैटर जारी करते हुए इसकी जानकारी दी गई।
ताजा आदेश में लिखा गया है कि गिरीशकांत पांडे को प्रतिनियुक्ति पर कुलसचिव का जिम्मा सौंपा गया था। अब तत्काल प्रभाव से उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाता है। अब गिरीशकांत पांडे वापस से रायपुर के साइंस कॉलेज भेज दिए गए हैं। यही गिरीश का मूल विभाग भी था। अब गिरीश डिफेंस साइंस डिपार्टमेंट के एचओडी होंगे। दूसरी तरफ रविवि का नया कुलसचिव कौन होगा, इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है
कुर्की की वजह से था कार्रवाई का हल्ला
पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी की प्रॉपर्टी, जमीन विवाद में कुर्क होने की वजह से गिरीश पर कार्रवाई किए जाने की चर्चा थी। हालांकि कोई इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रहा। मगर ये माना जा रहा था कि किसानों की जमीन अधिग्रहण मामले में जांच के बाद उन्हें हटाया गया है। मुआवजे के विवाद की वजह से कुलपति और कुलसचिव के सरकारी वाहन कुर्क किए गए थे। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और युनिवर्सिटी की किरकिरी हुई थी।
फरवरी 2019 में उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया था। तब गिरीशकांत पांडे को पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के नए कुलसचिव के तौर पर जिम्मा सौंपा गया था। तब रविशंकर विश्वविद्यालय में पदस्थ कुलसचिव संदीप वानसूत्रे को राजनांदगांव के दिग्विजय कॉलेज में नई पदस्थापना दी गई थी।।